नया जमाना नई ऊमींदे पलपल यू रिझाएगा
कोयल भरती रही किकयारी, अब तो कौआ गाएगा।।
नया बसंत अब नया है सावन
नया नया मौसम अब आएगा।
नई नवेली दुल्हन को देखो
ठंड भी अब शरमाएगा।।
लहंगा चोली अब हुई पुरानी
छोटे कपडा भाएगा।
का गई पाजेब की झनझन
अब झीगुर ही ठोक बजाएगा।।
रोज सडक पर बालाओं को देखो
कौआ भी अब गाएगा।
पपीहा भूलेगी अपनी पिहू - पिहू
हाए! अब ऐसा मौसम आएगा।।
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